हमेशा हमेशा के लिए "बेनाम रिश्ता" बन कर। हमेशा हमेशा के लिए "बेनाम रिश्ता" बन कर।
फोन की बेल से मैं होश में आया जो उसके ख्यालों में अब तक खोया हुआ था .... फोन की बेल से मैं होश में आया जो उसके ख्यालों में अब तक खोया हुआ था ....
आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं कल फिर से मेरी "प्यारी संगिनी" आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं कल फिर से मेरी "प्यारी संगिनी"
पंखुरी सी बहुरिया अब उसके जिस्म के अंदर थी। स्थिति ऐसी थी कि मुंह से आवाज नहीं निकली।।। पंखुरी सी बहुरिया अब उसके जिस्म के अंदर थी। स्थिति ऐसी थी कि मुंह से आवाज नहीं न...
अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल पड़ा. अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल ...
किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा। किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा।